बैंकिंग सेक्टर के टॉप हाई डिलिवरी स्टॉक्स: निवेश के शानदार मौके!

By Amardeep Singh

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भारतीय शेयर बाजार में निवेश करने वालों के लिए बैंकिंग सेक्टर हमेशा से ही एक महत्वपूर्ण और आकर्षक विकल्प रहा है। यह सेक्टर देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। जब अर्थव्यवस्था बढ़ती है, तो बैंक भी तरक्की करते हैं। निवेशक हमेशा ऐसे स्टॉक्स की तलाश में रहते हैं जो न सिर्फ सुरक्षित हों, बल्कि दमदार रिटर्न भी दें। ऐसे में, ‘हाई-डिलिवरी स्टॉक्स’ एक बेहतरीन रणनीति साबित हो सकते हैं। ये वो स्टॉक्स होते हैं जिन्हें निवेशक लंबी अवधि के लिए खरीदने और होल्ड करने का इरादा रखते हैं।

आज हम बैंकिंग सेक्टर के उन टॉप हाई-डिलिवरी स्टॉक्स पर बात करेंगे जो 2025 में निवेशकों के लिए बेहतरीन संभावनाएं पेश कर रहे हैं। हम आपको बताएंगे कि कौन से बैंक इस लिस्ट में शामिल हैं, उनके प्रदर्शन की क्या खासियतें हैं और आपको उनमें निवेश क्यों करना चाहिए। अगर आप सुरक्षित और शानदार मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए बेहद उपयोगी होगी।

हाई-डिलिवरी स्टॉक्स क्या होते हैं?

शेयर बाजार में ‘हाई-डिलिवरी स्टॉक्स’ उन शेयरों को कहते हैं, जिनकी ट्रेडिंग के दौरान बड़ी मात्रा में डिलीवरी ली जाती है। इसका मतलब है कि खरीदार इन शेयरों को तुरंत बेचते नहीं हैं, बल्कि अपने डीमैट अकाउंट में लंबी अवधि के लिए रखते हैं। इसे एक तरह से लंबी अवधि के निवेश का संकेत माना जाता है। जब कोई स्टॉक लगातार हाई डिलीवरी वॉल्यूम दिखाता है, तो यह दर्शाता है कि निवेशक उसमें भरोसा कर रहे हैं। वे कंपनी के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। यह स्थिरता और संभावित दीर्घकालिक विकास का संकेत है।

उदाहरण के लिए: मान लीजिए आपने किसी बैंक के 100 शेयर खरीदे। अगर आपने उन्हें उसी दिन बेच दिया, तो वह इंट्राडे ट्रेड हुआ। लेकिन अगर आपने उन्हें अपने डीमैट खाते में रख लिया और कुछ हफ्तों, महीनों या सालों तक होल्ड किया, तो वह डिलीवरी ट्रेड कहलाएगा। जिन स्टॉक्स में ऐसे डिलीवरी ट्रेड्स की संख्या बहुत ज्यादा होती है, उन्हें हाई-डिलिवरी स्टॉक्स कहते हैं। यह आमतौर पर मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में देखा जाता है।

भारतीय बैंकिंग सेक्टर में निवेश क्यों करें?

भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। इस ग्रोथ में बैंकिंग सेक्टर का बड़ा योगदान है। बैंकों का काम सिर्फ पैसे जमा करना और लोन देना नहीं है। वे देश के हर व्यापार, हर उद्योग और हर व्यक्ति की वित्तीय जरूरतों को पूरा करते हैं।

  • आर्थिक विकास से जुड़ाव: जब देश की जीडीपी बढ़ती है, तो कंपनियों और लोगों को अधिक पैसों की जरूरत होती है। इससे बैंकों का लोन बुक और डिपॉजिट दोनों बढ़ता है।
  • डिजिटलीकरण का विस्तार: भारत में डिजिटल लेनदेन में तेजी से वृद्धि हुई है। इससे बैंकों की कार्यक्षमता बढ़ी है। नए ग्राहक जुड़ रहे हैं। मोबाइल बैंकिंग और ऑनलाइन भुगतान आम होते जा रहे हैं।
  • सरकारी नीतियां: सरकार भी वित्तीय समावेशन (Financial Inclusion) को बढ़ावा दे रही है। जन धन योजना जैसे कार्यक्रम बैंकों के ग्राहक आधार को बढ़ा रहे हैं।
  • नियामक ढांचा: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) जैसे नियामक मजबूत बैंकिंग प्रणाली सुनिश्चित करते हैं। यह निवेशकों को सुरक्षा प्रदान करता है।

इन सभी कारणों से बैंकिंग सेक्टर दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आकर्षक बना हुआ है। एक रिपोर्ट के अनुसार, बैंकिंग स्टॉक्स से 26% से अधिक रिटर्न मिल सकता है

2025 के लिए बैंकिंग सेक्टर के टॉप हाई-डिलिवरी स्टॉक्स

2025 में भारतीय बैंकिंग सेक्टर में सबसे अधिक डिलिवरी वाले और निवेश के लिए सर्वश्रेष्ठ माने जाने वाले स्टॉक्स में प्रमुख बैंक शामिल हैं। यह सूची अनुभवी निवेशकों के लिए बेहतरीन जानकारी देती है। नए निवेशक भी इन विकल्पों पर विचार कर सकते हैं।

बैंक का नाम LTP (लगभग) PE रेशियो 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 52 हफ्ते का निम्नतम स्तर मार्केट कैप (करोड़ ₹) रिटर्न संभावना संस्थागत हिस्सेदारी (लगभग)
HDFC बैंक 1964.6 21.4 2037.7 1613 15,28,691 39% 56.1%
ICICI बैंक 1436.4 19.4 1500 1186 9,28,724 उच्च निवेश विकल्प उच्च
कोटक महिंद्रा बैंक 1986.6 20.6 2301.9 1679 Not available उच्च
इंडसइंड बैंक 760.1 58.7 1498 606 Not available तेजी वाला स्टॉक
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) 816.25 9.5 875.45 680 (सरकारी बैंक) मजबूत प्रदर्शन
पंजाब नेशनल बैंक 105.29 7.3 117.55 85.46 Not available निवेश योग्य
बैंक ऑफ बड़ौदा 240.23 6.4 266.95 190.7 1,27,784 33% 19.8%
फेडरल बैंक Not available Not available Not available Not available 49,149 33% 59.5%
Indian Overseas Bank (IOB) Not available Not available Not available Not available Not available तेजी से बढ़ रहा
Canara Bank Not available Not available Not available Not available Not available तेजी से बढ़ रहा

HDFC बैंक: निजी क्षेत्र का दिग्गज

HDFC बैंक देश का सबसे बड़ा निजी बैंक है। यह अपने मजबूत फंडामेंटल के लिए जाना जाता है। इसका मार्केट कैप 15,28,691 करोड़ रुपये के आसपास है। यह बैंक लगातार अच्छा प्रदर्शन करता आया है। इसकी संस्थागत हिस्सेदारी 56.1% है, जो निवेशकों के भरोसे को दर्शाता है। संस्थागत निवेशक बड़ी रिसर्च के बाद ही निवेश करते हैं। यह एक बड़ा सकारात्मक संकेत है।

HDFC बैंक का PE रेशियो 21.4 है। इसका लास्ट ट्रेडेड प्राइस (LTP) लगभग 1964.6 रुपये है। 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 2037.7 रुपये और न्यूनतम स्तर 1613 रुपये रहा है। बैंक को लगभग 39% रिटर्न की संभावना दी गई है। इसके नॉन-परफॉर्मिंग एसेट्स (NPA) भी नियंत्रण में हैं। इससे बैंक की एसेट क्वालिटी अच्छी बनी रहती है। यह आपके पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान कर सकता है।

ICICI बैंक: निवेश का एक और मजबूत विकल्प

ICICI बैंक भी भारत के प्रमुख निजी बैंकों में से एक है। इसे निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प माना गया है। इसका PE रेशियो 19.4 है, जो HDFC बैंक से थोड़ा कम है। यह अक्सर निवेशकों को आकर्षित करता है। बैंक का LTP लगभग 1436.4 रुपये है। यह अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 1500 रुपये के करीब ट्रेड कर रहा है। इसका 52 हफ्ते का निम्नतम स्तर 1186 रुपये है।

ICICI बैंक का मार्केट कैप 9,28,724 करोड़ रुपये है। इसमें ‘उच्च’ संस्थागत हिस्सेदारी बताई गई है। यह भी एक सकारात्मक संकेत है। बैंक की डिजिटल पहल और रिटेल सेगमेंट में मजबूत उपस्थिति इसे भविष्य के लिए एक अच्छा दांव बनाती है।

कोटक महिंद्रा बैंक: ग्रोथ और स्थिरता का संगम

कोटक महिंद्रा बैंक अपनी उच्च गुणवत्ता वाली एसेट और विवेकपूर्ण प्रबंधन के लिए प्रसिद्ध है। यह भी निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प माना गया है। इसका PE रेशियो 20.6 है, जो उद्योग के औसत के करीब है। इसका LTP लगभग 1986.6 रुपये है। बैंक अपने 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 2301.9 रुपये के मुकाबले थोड़ा नीचे है। इसका 52 हफ्ते का निम्नतम स्तर 1679 रुपये है।

हालांकि, इसके मार्केट कैप का विवरण उपलब्ध नहीं है। लेकिन इसकी उच्च रिटर्न की संभावना इसे आकर्षक बनाती है। यह बैंक भी लगातार अपनी डिजिटल क्षमताओं को मजबूत कर रहा है। एक निवेशक के तौर पर आप कोटक महिंद्रा बैंक में भी लंबी अवधि के लिए निवेश पर विचार कर सकते हैं।

इंडसइंड बैंक: तेजी से बढ़ता, लेकिन उच्च PE वाला स्टॉक

इंडसइंड बैंक एक तेजी से बढ़ता हुआ बैंक है। इसका LTP लगभग 760.1 रुपये है। 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 1498 रुपये और निम्नतम स्तर 606 रुपये रहा है। यह अपने रिटेल और एमएसएमई (MSME) लोन बुक के लिए जाना जाता है। हालांकि, इसका PE रेशियो 58.7 है, जो काफी अधिक है। एक उच्च PE रेशियो अक्सर संभावित उच्च जोखिम भी दर्शाता है।

उच्च PE का मतलब है कि निवेशक भविष्य में बैंक से बहुत ज्यादा ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं। यदि बैंक उन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरता, तो स्टॉक में गिरावट आ सकती है। इसके मार्केट कैप का विवरण उपलब्ध नहीं है। जो निवेशक थोड़ा अधिक जोखिम ले सकते हैं, वे इस बैंक पर विचार कर सकते हैं। तेजी से बढ़ते बैंकिंग स्टॉक्स की सूची में यह नाम अक्सर शामिल होता है।

भारतीय स्टेट बैंक (SBI): सरकारी क्षेत्र का लीडर

भारतीय स्टेट बैंक (SBI) देश का सबसे बड़ा सरकारी बैंक है। यह भारत के हर कोने में मौजूद है। इसका PE रेशियो सिर्फ 9.5 है, जो निजी बैंकों के मुकाबले काफी कम है। यह इसे वैल्यूएशन के लिहाज से आकर्षक बनाता है। इसका LTP लगभग 816.25 रुपये है। 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 875.45 रुपये और निम्नतम स्तर 680 रुपये है।

SBI को ‘मजबूत प्रदर्शन’ वाला बैंक बताया गया है। इसका राष्ट्रीय स्तर पर व्यापक ग्राहक आधार और सरकार का समर्थन इसकी ताकत है। सरकारी योजनाओं को लागू करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश विकल्प हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो सरकारी बैंकों में निवेश पसंद करते हैं।

पंजाब नेशनल बैंक (PNB): एक निवेश योग्य विकल्प

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) भी एक बड़ा सरकारी बैंक है। इसका PE रेशियो 7.3 है, जो बहुत कम है। यह एक ‘निवेश योग्य’ विकल्प के रूप में बताया गया है। इसका LTP लगभग 105.29 रुपये है। 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 117.55 रुपये और निम्नतम स्तर 85.46 रुपये है।

सरकारी बैंकों में अक्सर बड़े सुधार देखने को मिलते हैं। PNB भी अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रहा है। कम PE रेशियो वाले स्टॉक्स अक्सर वैल्यू इन्वेस्टर्स को आकर्षित करते हैं। ऐसे स्टॉक में भविष्य में अच्छी ग्रोथ की संभावना हो सकती है।

बैंक ऑफ बड़ौदा: आकर्षक रिटर्न की संभावना

बैंक ऑफ बड़ौदा एक और मजबूत सरकारी बैंक है। इसका PE रेशियो 6.4 है, जो सभी सूचीबद्ध बैंकों में सबसे कम है। यह बहुत ही आकर्षक वैल्यूएशन पर उपलब्ध है। बैंक का LTP लगभग 240.23 रुपये है। 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 266.95 रुपये और निम्नतम स्तर 190.7 रुपये है। इसका मार्केट कैप 1,27,784 करोड़ रुपये है।

बैंक ऑफ बड़ौदा को लगभग 3

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Amardeep Singh

मेरा नाम रवि सिंह है, मैं एक कंटेंट राइटर के तौर पर काम करता हूँ और मुझे लेख लिखना बहुत पसंद है। 4 साल के ब्लॉगिंग अनुभव के साथ मैं हमेशा दूसरों को प्रेरित करने और उन्हें सफल ब्लॉगर बनाने के लिए ज्ञान साझा करने के लिए तैयार रहता हूँ।

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